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शनिवार, 31 अक्तूबर 2015

सर हमें और हमारे घरवालों को यह विश्वास ही नही होती कि मैं ठीक हो जाऊगा ,ऐसा क्यों

i सर हमें और हमारे घरवालों को यह विश्वास ही नही होती कि मैं ठीक हो जाऊगा ,ऐसा क्यों ?;प्रिय मित्रों ,आपको तो मेरी संस्था एवं मुझपर विश्वास नही हैं लेकिन जब मै परेशान और हकलाता था तो मुझे दूसरी संस्था ,डाकटर में विश्वास तो बिल्कुल नहीं था। यहाँ तक कि अपने आप पर भी विश्वास नही था। डाक्टर ,वकील ,पुलिस इन तीन पर विश्वास करना ही होता है। मेरी आपको सलाह यह है कि आप किसी पर विश्वास मत कीजिये ,यहाँ तक कि अपने आप पर भी विश्वास मत कीजिये ,विश्वास कीजिये अपने कार्य ,मेहनत ,लगन पर। जैसे लोग गाना गाना सीख जाते है , डान्स करना सीख जाते हैं , 

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