सरल भाषा का उपयोग :-- जब आप यह कहे कि मैं हकलाता हूँ। तब आप सरल शब्द को सहज भाव से बिनासंकोच के कहें कि मै हकलाता हूँ।
1 . जैसे यदि हम दोस्तों के साथ घूमने जाते हैं और थक जाते हैं ,तोसहज भाव से स्वीकार्य करते हैं और कहते हैं रुको दोस्तों मैं थक गया हूँ। हम कई बातों को सहज भाव से स्वीकार्य करते हैं जैसे -मैं प्यासा हूँ पानी लाओ !मैं भूखा हूँ खाना लाओ !मुझे बुखार है डाक्टर को दिखाओ !मुझे चोट लग गई हैं !मेरा सर दर्द कर रहा है !मेरा हाँथ टूट गया है !मेरे दात सड़ गये हैं !इन सभी को स्वीकार्य करने के बाद ही सब का हल मिल सकता है, और हम सहज भाव से सरल शब्दों में इन्हे कहते है। और हल हमें मिलता है। इसी प्रकार यदि हम यह कह सकते ,कि मैं थोङा धीरे बोलता हूँ। क्योंकि मैं हकलाता हूँ। तब हमें अवश्य इसका हल मिलेगा और हम काफी हल्का महसूस करते है। ठीक ऐसे ही सोच जैसे -मै पानी पिता हूँ क्योंकि मैं प्यासा हूँ। मैं खाना खाता हूँ। क्योंकि मैं भूखा हूँ। इस प्रकार सहज भाव से सरल शब्द में कहना सीखिए मैं धीरे बोलता। क्योंकि मैं हकलाता हूँ ? ।
1 . जैसे यदि हम दोस्तों के साथ घूमने जाते हैं और थक जाते हैं ,तोसहज भाव से स्वीकार्य करते हैं और कहते हैं रुको दोस्तों मैं थक गया हूँ। हम कई बातों को सहज भाव से स्वीकार्य करते हैं जैसे -मैं प्यासा हूँ पानी लाओ !मैं भूखा हूँ खाना लाओ !मुझे बुखार है डाक्टर को दिखाओ !मुझे चोट लग गई हैं !मेरा सर दर्द कर रहा है !मेरा हाँथ टूट गया है !मेरे दात सड़ गये हैं !इन सभी को स्वीकार्य करने के बाद ही सब का हल मिल सकता है, और हम सहज भाव से सरल शब्दों में इन्हे कहते है। और हल हमें मिलता है। इसी प्रकार यदि हम यह कह सकते ,कि मैं थोङा धीरे बोलता हूँ। क्योंकि मैं हकलाता हूँ। तब हमें अवश्य इसका हल मिलेगा और हम काफी हल्का महसूस करते है। ठीक ऐसे ही सोच जैसे -मै पानी पिता हूँ क्योंकि मैं प्यासा हूँ। मैं खाना खाता हूँ। क्योंकि मैं भूखा हूँ। इस प्रकार सहज भाव से सरल शब्द में कहना सीखिए मैं धीरे बोलता। क्योंकि मैं हकलाता हूँ ? ।
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