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सोमवार, 21 सितंबर 2015

Voluntary Stammering ( V S )

                                  Voluntary Stammering ( V S )
 इसे हिन्दी में झूंठी  हकलाहट  कहते हैं। इसे संक्षेप में हम  बार बार VS(Voluntary Stammering) कहेंगे  . इसके लिय आप एक कापी लेकर उसमें "क से लेकर ज्ञ तक", 'अ से अः" तक और "A से Z"  तक  लिखिए और कांच के सामने  बैठ कर VS  करके बोलिए। अ अ अ-------अ   । यहाँ पर ध्यान रखिये कि जब आप हकलाते हैं, तो आपकी आवाज यवं स्पीज आर्गन आपके कन्ट्रोल में नहीं रहते है। जबकी voluntary stammering विल्कुल कन्ट्रोल में रहते है। इसी प्रकार सभी अक्षर ले सकते है। आइये बोलते हैं।
 अ अ अ अ अ अ  अ अ - - V . S. करके अ अ अ अ b b b b V . S - करके. S b&b&b&b&b ए ए ए ए ए V . S- करके ए -ए -ए -ए उ उ उ उ उ V. S- करके उ -उ -उ -उ क क क क क V . S - करके क क क क ख ख ख ख V . S - करके ख ख ख ए
 ग ग ग ग V-S - करके ग -ग -ग -ग यहाँ पर हमने आपको पहले हकलाकर अर्थात "आऊट आफ कन्ट्रोल " होकर बोला जब आप हकलाते हैं तब ऐसे ही बोलते हैं इसमें स्पीड बहुत अधिक स्पीड होती है और हमारे स्पीच आर्गन कन्ट्रोल में नहीं होते हैं अब इन्हें हम V.S. के द्धारा स्पीड और स्पीच आर्गव का CONTROL में लेकर क- क -क  बोला है। इसी प्रकार आप और भी अक्षर लेकर बोल सकते हैं। जब आप ऐसा अक्षर लीजिए ;- हकलाकर प्र प्र प्र प्र--V.S.  ट्र-ट्र-ट्र-ट्र बोलेंग ऐसे बहुत सारे अक्षर आप ले कर v . s . ls बोलना सीख सकते है।  यहाँ पर एक बात ध्यान रखिये कि प्रारंभ में,जब आप प्रेविट्स प्रारंभ करते हैं तब v . s . करते करते सही में हकलाने लगेंगे। इसमें डरने कि कोई बात नहीं हैं। इसके बाद आप कुछ शब्द भी ले सकते हैं। पहले सरल शब्द लीजिए जो आपको सरल लगते हो। जैसे
1 - '' कर '' शब्द को हकलाकर क क क कर हम बोलते हैं  V. S. में क क क क बोलेंगे।
2 - सर "  " स स स सर "  '' V.S . में स-स-स-स। .. सर  
3 - नर , , ,  न न न नर "  " V. S.
4 - मर म म मर V . S. म म मर इसी प्रकार आप अन्य सारे शब्द लेकर बोल।
यहाँ में फिर बोलना चाहूँगा कि शुरुआत में जब आप VOLUNTARY STAMMERING आर्थत V . S. करते हैं। जब आप कभी कभी वास्तव में अपना CONTROL खो देते हैं। और हकलाने लग जाते हैं। थोड़ा धैर्य रखें बार बार प्रैविटस करें बहुत जल्द आपकी आवाज कन्ट्रोल में हो जायेगी। इसके बाद आप कुछ कठिन शब्द भी लेकर प्रैविटस कर सकते है। आइये बोलते है। प्रेम शब्द को हकलाहट हमें   प्रे प्रे प्रेम बोलते हैं।  V . S . में प्रे प्रे प्रेम बोलना हैं। यहाँ पर हमने शब्द प्रेम के पहले अक्षर प्रे को चार बार CONTROL में रहकर V . S. किया और बोल प्रे-प्रे-प्रे प्रेम,यह बेहतर है घबड़ाकर, डर कर, स्पीड बढ़ाकर, हकलाकर प्रे प्रे प्रे प्रेम बोलने से इसी प्रकार आप केन, बेन कोन ट्रेन आदि शब्द बोल सकते है। पहले हम हकलाकर कर बोलेंगे इसके बाद   V . S. में बोल कर सुनाएगे। हकलाकर के केन V. S. में के-के-केन यहाँ पर 4 बार V. S. किया हकलाकर ब्रे ब्रे ब्रेन  V. S. में ब्रे ब्रे-ब्रे-ब्रे ब्रेन यहाँ पर 5 बार V. S. किया हकलाकर क्रो क्रोम V.S. में क्रो क्रो कोम यहाँ पर 3 बार V . S. किया हकलाकर ट्रे ट्रेन V.S.  में ट्रे ट्रे ट्रेन पर 2 बार V.S. किया इसी प्रकार आप बहुत सारे शब्द लेकर बोल सकते हैं। V. S. बदलते रहे जैसे मैंने शब्द के में 4 बार ब्रे में 5 बार कोम में  3 बार ब्रेन में       2 बार ही V . S . किया अर्थात पहले अक्षर को दोहराया अणेण को    हर बार बदलते रहे इसी प्रकार आप बहुत सारे अक्षर लेकर प्रविटस कर सकते हैं।                                                                                                                                                                                                                    
 जब इसकी प्रैविटस ठीक से हो जाये और शब्द हमारे विश्वास में आ गये हैं। तब आप कुछ कठिन बड़े शब्दों को लेकर प्रैक्टिकल कर सकते हैं। जैसे -अ अ आक्सीजन में V. S. में प प पयार्वरणV . S. में प प पर्यावण    कोलकताV . S. में को को  कोलकता इसी प्रकार आप अन्य शब्द लेकर बोलते रहें। हर बार V . S. कि संख्या अर्थात पहले अक्षर को दोहराने की संख्या को विश्वास के मुताविक बदलते रहना है। जब तक विश्वास ना आये तब तक दोहराते रहना है। जैसे ही पूरा विश्वास आ जाये कि अब मैं आगे बोल सकता हूँ। वैसे ही आप शब्द के अन्य अक्षरों को बोलना प्रारम्भ कीजिए। कभी-कभी ऐसा भी होगा कि आप ,शब्द के पहले अक्षर को जब आप दोहरा रहे हैं। अर्थात  V. S. कर रहे है। तब तो ठीक लग रहा है। लेकिन शब्द के अन्य अक्षरों को बोलने का विश्वास ही नही बन रहा हैं। तब आप अन्य अक्षरों पर भी V. S. कर सकते हैं। जैसे हमें बोलना हैं "मैहर " हम इसे हकलाकर म म म मैहर बोलते है। अब इसे V. S. में बोलना चाहते हैं। तब मैहर शब्द ,के पहले अक्षर मैं को V . S. करके मै मै मै तो बोल रहा हूँ। लेकिन आगे आने वाले अक्षर ह और र को बोलने का विश्वास ही नहीं बन पा रहा हैं। तब आप मैं और ह दोनों में V . S. सकते है मै मै मै ह् ह हरबोल सकते है। यहाँ मैं फिर बताना चाहता हूँ कि हकलाहट आपके कन्ट्रोल में नही होती जब कि V . S . आपके control में होती है। इसी प्रकार आप बहुत    सारे शब्द लेकर प्रैविटस कर सकते है। यहाँ पर आप महसूस करेंगे की हाई ब्लाकेज जो आपके नियंत्रण में नही हुआ करते थे अब वह आपके नियंत्रण में आ रहे हैऔर हार्ड ब्लाकेज साफ्ट बन रहे हैं आप निशिचत रूप से बेहतर फिन करेंगे। ठसके बाद छोटे छोटे वाक्य भी लेकर अभ्यास कर सकते है। जैसे मेरा नाम सूरज हैं। यह कोई वाक्य है। इसे अभी हम यदि बोलेंगे तो कही भी अटकने का डर रहेगा या अटक ही जायेंगे। या किसी तरह डर से आँखे चुरा कर छुपा कर बोलते है ,अब आप इसे V . S. में ऐसा बोलिए मे मे मेरा ना नाम सु सू सूरज हैं यहाँ पर ध्यान रखिये आँखे एक दम सीधी हो शब्द आपके कन्ट्रोल में हो ,चूकि आप पहले शब्द की प्रैविटस कर चुके हैं इसलिए आप हैं। आप महसूस करेंगे की मेमे मेरा ना ना नाम सू सू सूरज है। इसी प्रकार आप और बहुत सारे वाक्य लेकर प्रैविटस कर सकते है।                                                                                                                                                                                                                                                          रा राजा के घ घ्र घर तु तु तुलसी है।
 मै मैं मैहर म म मध्य प्रदेश में है। सू सू सूरज  इ इ स्टेमरिग से सेन्टर आ आप कौ कौन हैं मे मेरा ना नाम रा राजू हैं इस प्रकार आप बहुत सारे शब्द लेकर V. S. का प्रयोग कर सकते V. S. विश्वास के मुताबिक V . S. की संख्या बदलते रहे। प्रारम्भ में V . S. की संख्या अधिक रखिये। सरल अक्षरों या शब्द में V. S. अधिक करनी चाहिए। कई बार हम सोचते हैं, कि सरल में V. S. क्यों करू यह तो ठीक हैं,कि सरल शब्दों में V. S. करने से कठिन शब्द सरल बन जाते हैं। और कठिन शब्द भी सरल शब्दों की क्षेणी में आ जाते हैं। प्रारंभ में आप सरल शब्द में अधिक V. S. कीजिए। इसके बाद आप छोटी छोटी कहानियों को पहले मन में पढ़कर सारांश जानिये। इसके बाद कांच के सामने बैठकर कहानी पढ़िये। अधिकतर शब्दों में V . S. करते रहिए सरल में अधिकतर शब्दों में V . S. करते रहिए सरल में अधिक करना है। आँख सामने होना चाहिए। आइये एक कहानी V. S . में पढ़ते हैं।
मैं मैहर शहर ए एक ध धामिर्क श शहर है। य यहाँ प पर मा माँ श शारदा का म मंदिर है। य यह म मध्य प्र प्रदेश के स स सतना जि जिला में इ इसिथत है। य यहाँ प पर सू सूरज b इस्टेमरिंग के के केयर से सेन्टर इ इस्थापित है। इसी प्रकार आप अन्य कहानिया भी पढ़ सकते है। जल्दवाजी विल्कुल ना कीजिए। सबसे पहले अपने सामने अकेले में ऐसा कीजिए कांच या वीडियो कैमरा के सामने करें तो बेहतर रहेगा। धीरे धीरे आप पायेगे की आप की आवाज आपके कन्ट्रोल में आ रही है। और आपका विश्वास बढ़ने लगा है। यहाँ पर एक बात बताना चाहूँगा कि अधिकतर हकलाने वाले लोग रातो रात हकलाहट ठीक करने का प्रयास करते हैं जो संभव नहीं हैं। बोलना एक कला हैं ,जैसे गाना गाना कला है ,डान्स करना कला है कला को सीखना पड़ता है। समय देना पड़ता है। इसी प्रकार आपको दिमाग में बैठा लेना चाहिए कि जैसे गाना गाना धीरे धीरे व्यवित सीखता है। उसी प्रकार हकलाना भी धीरे धीरे ठीक होगा। अब आप इसे धीरे धीरे अपने जीवन में यूज करना सीखिये पहले अपने से छोटो के सामने V . S . का यूज करके बोलिये। और उसकी प्रतिकिया ध्यान से सुनिये जैसे मान लीजिए आपकी उम्र 25 वर्ष है आप किसी 7-8 वर्ष के बालक से बोलिये में मेरा ना नाम सू सू सूरज है। मैं फिर बताना चाहूँगा ,कि यह बेहतर है। ऐसे बोलने से मे मे मे मेरा न न न नाम सू सू सूरज है। अब आप देखिये कि ऐसा बोलने से सुनने वाला क्या प्रतिकिया करता है वह कह सकता                                                                                                                                                                                1 - आप हकलाकर क्यों बोलते है।
2 - हँस सकता है।
3 - आपको चिढ़ा भी सकता है।
4 - आप को घूर सकता है।
इन सबका आपको एक ही जबाब देना चाहिए पहले मुस्कुराइये इसके बाद कहिए मैं हकलाता हूँ। और इस पर विजय पाने का प्रयास कर रहा हूँ। आप पायेंगे की सारा माहौल आपके पक्ष में होगा। जिन सबालो से आप भाग रहे थे वे सबाल आप चुटकियों से साल्व कर सकते है। इसी प्रकार आप धीरे-धीरे अपना दायरा बढ़ा सकते हैं पहले अपने से छोटे लोगों से ही बात कीजिए। अपने से छोटे का मतलब शिक्षा में छोटा हो, उम्र में छोटा हो पैसे में छोटा रहन सहन में छोटा हो। अर्थात आपके दिमाग में यह हो कि मैं इससे बड़ा हूँ। किसी भी क्षेत्र में। वह आपसे छोटा ही माना जायेगा। रिक्से वाले से मोची से आप बात कर सकते हैं और कह सकते है।                                                                          
1 - सू सूरज से सेन्टर जा जाने का कि किराया कि कितना लो लोगे।                                                                                                                                     2 - मो मोची से -जू जूते सि सिलोगे। कि कितना लो लोगे। दोस्तो आप यदि यह लगातार करते है,तो आप पायेगे कि आपमें कन्ट्रोलिग आ रही है और विश्वास बढ़ रहा है। डर कम हो रहा है। जिन लोगों से आप से आप भागते थे अब उनमें दोस्ती होगी। आपको लगेगा कि दुनिया बहुत अच्छी है लोग मेरी बात सुनते है। जब आप छोटे लोगों में ओ करने मेंसफल होने लगे तब आप दुकानो में जाइये और छोटे छोटे वाक्य ओ में बोलना प्रारंभ कीजिए                                            
1 - ए ए एक प प रलेजी दि दीजिए।
2 - कि कितने की है।
3 - दु दु दुसरी क कम्पनी की है।
4 -  टा टाइगरवि विस्कुट है क्या ? इसी प्रकार आप दुकानो में जाइये और धीरे-धीरे ओ से बोलिए यदि कोई घूरता है या हसता है तो आप सरल सहज भाव से कह दीजिए कि मैं हकलाता हूँ। ऐसा कहने से हसने वाला व्यवित को सर्फ काट देगा। अर्थात वह हसने के बजाय सीरियस हो जायेगा और आप की आवाज सुनने के लिए तैयार हो जायेगा और आप कहने के लिय मानसिक रूप से तैयार होंगे। इस प्रकार आप धीरे धीरे अपनी हकलाहट पर मास्टरी प्राप्त कर लेंगे।                                                                                                                                                                         जो व्यवित अपनी आवाज बिगाड़ सकता है वह बना भी सकता है।  जैसे यदि कोई चोर चोरी करना जानता है तो सुरक्षा के उपाय भी जानता है। उसके द्धारा बनाई गई सुरक्षा व्यवस्था में चोर सहज ही चोरी नहीं कर सकता है । दोस्तो इस टेविनक को बाउ बॉउंसिंग ( Bouncing Voluntory Stammering आदि नाम से जानते हैं।                                                                                                                                                                                                                                                         

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