कुल पेज दृश्य

मंगलवार, 8 सितंबर 2015

हकलाना उम्र बदने के साथ साथ बढ़ता है ऐसा क्यों ?

                                हकलाना उम्र बदने के साथ साथ बढ़ता है ऐसा क्यों ? ;                                                      जैसे कि आप जानते है कि जहां भी आप ठीक बोलना चाहते है वही आप अधिक हकलाते है तो उम्र बढ़ने के मुताबिक हर व्यवित ठीक ही बोलना चाहता है। ठीक व  शुद्ध बोलने की सोचते ही दिमाग का ध्यान समस्या पर जाने से घबराहट के कारण व्यवित अधिक हकलता है। यदि ध्यान समस्या पर न जाये तो हकलाना स्वयं बंद हो जायेगा। इसीलिये उम्र बढ़ने के सथा-सथा हकलाना भी बढ़ता जाता है लेकिन जो व्यवित इस समस्या को अधिक महसूस नही करते ,उनका हकलाना धीरे-धीरे कम भी हो जाता है इसीलिये कुछ ई ,इन ,टी ,विशेषज्ञ यह सलाह देते है कि उम्र बढ़ने के साथ मरीज ठीक बोलने लगेगा लेकिन हकलाने को 100 % दिमाग से निकलने के लिये सेन्टर में आना ही चाहिये। यहाँ पर क्लिक  कीजिये 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें